ब्याह दिया राघव ने बेटा पूरी की घर भर की चाहत नन्ही कुसुमी बहू बन आई बूढ़ी माँ ने पाई राहत ब्याह दिया राघव ने बेटा पूरी की घर भर की चाहत नन्ही कुसुमी बहू बन आई बू...
बीते हैं ज़माने तुम्हारी शक्ल देखे काम कोई मतलब बिला तो करो बीते हैं ज़माने तुम्हारी शक्ल देखे काम कोई मतलब बिला तो करो
घर पर सब ठीक था, मगर यहां वो थी पराई वो बहू क्या बनी, फिर बेटी ना बन पाई घर पर सब ठीक था, मगर यहां वो थी पराई वो बहू क्या बनी, फिर बेटी ना बन पाई
आलसी कहते हैं हमें सभी भला ये भी कोई बात है क्या बताएं ये कैसा राज है। आलसी कहते हैं हमें सभी भला ये भी कोई बात है क्या बताएं ये कैसा राज है।
रिश्तों की मिठास ख़तम हो रही है शायद रिश्ता शब्द ख़तम होने को है। रिश्तों की मिठास ख़तम हो रही है शायद रिश्ता शब्द ख़तम होने को है।
तुम्हारा अक्सर तोहमतें लगाना और कहना। क्या करती हो दिन भर सुस्त आलसी हो थोड़ी तुम। तुम्हारा अक्सर तोहमतें लगाना और कहना। क्या करती हो दिन भर सुस्त आलसी हो थोड़ी...